गर्भावस्था में आहार क्या खाएं और क्या न खाएं

गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वास्थ होना बहुत जरूरी है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं के खान पान का टाइम टेबल बहुत जरूरी हो जाता है। इस दौरान एक गर्भवती मां को बैलेंस डाइट लेना चाहिए। जिसमें
फाइबर, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम आदि प्रमुख हैं। गर्भवती महिलाओं को आहार में रोजाना कम से कम 28 ग्राम फाइबर लेना चाहिए। इस लेख में आपको बताएंगे कि गर्भावस्था में आहार क्या खाएं और क्या न खाएं।

गर्भावस्था में आहार क्या खाएं और क्या न खाएं


गर्भावस्था में आहार क्या खाएं और क्या न खाएं

गर्भावस्था के दौरान खान पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि इस दौरान गर्भवती महिला जो कुछ भी खाती है। वह बच्चे के विकास पर निर्भर करता है। यदि गर्भवती महिला बैलेंस डाइट नहीं लेती तो इससे बच्चें के विकास में विपरीत प्रभाव पड़ता है। लेख को पढ़ कर आप जान पाएंगे की एक गर्भवती महिला को अपने खानें में क्या शामिल करना चाहिए।


फाइबर युक्त भोजन

पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए हमारे शरीर में फाइबर की भूमिका बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। फाइबर गर्भावस्था के दौरान एक महत्त्वपूर्ण आहार है। फाइबर पौधों के खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। फाइबर पौधे का वह हिस्सा होता है जो जिसे शरीर पचा नहीं सकता, और इसी कारण यह हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूर हो जाता है।

फाइबर के प्रकार

फाइबर दो प्रकार के होते हैं।


घुलनशील फाइबर

घुलनशील फाइबर पानी में घुल जाता है। और खाने के बाद हमे ऐसा महसूस होता है। की पेट भर गया है। घुलनशील फाइबर पानी को भी अवशोषित कर सकते हैं। जो मल को नरम और पारित करने में आसान बनाता है। यह कब्ज को रोकने में मददगार होता है। गर्भावस्था के दौरान फाइबर का उपयोग कोलेस्ट्रॉल और दिल की समस्याओ के जोख़िम को कम करने में सहायक होता है।


अघुलनशील फाइबर

अघुलनशील फाइबर पानी में नही घुलता बल्कि यह आंतो की सफाई करके कब्ज और अन्य समस्याओं को रोकने में मददगार होता है। इसलिए फाइबर बहुत ही जरूरी हो जाता है।


फाइबर युक्त भोजन करने के लाभ

1. मल त्याग को नियमित रखना

2. कब्ज जैसे समस्या को दूर करना

3. उच्च रक्तचाप को कम करता है

4. प्रीक्लैम्पसिया जैसे जोखिम को गर्भावस्था के दौरान काम करना। 

घुलनशील फाइबर युक्त भोजन 

ओटमील या ओट ब्रान, सेब, दाल, केले, फलियां, नाशपाती, स्ट्रा बेरी, नट्स, बीज, बीन्स, सूखे मटर, आदि घुलनशील फाइबर के स्रोत हैं।

अघुलनशील फाइबर युक्त भोजन

अघुलनशील युक्त भोजन में शामिल हैं। गेंहू की रोटी, साबित अनाज, ब्राउन राइस, जौ, गेंहू की भूसी, खीरा, गाजर, अजवाइन, टमाटर, खसखस, आदि अघुलनशील फाइबर के स्रोत हैं।


क्या खाएं (Pregnancy Me Kya khaye)

बीन्स और दाल

प्रोटीन और मिनिरल्स

केला

विटामिन C युक्त फलों का सेवन

हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन

दूध और दूध से बने पदार्थ

साबुत अनाज

नट्स और बीज

पानी का अधिक से अधिक सेवन

अनार

गाजर


क्या न खाएं (Pregnancy Me Kya Na khaye)

कच्चे अंडे का सेवन

कच्चा मांस

बिना धुले फल और सब्जियों का सेवन

डिब्बे युक्त भोजन

अंगूर

आम

कच्ची समुद्री भोजन

धूम्रपान बिलकुल नहीं करना चाहिए यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

फास्ट फूड

पपीते का सेवन

अन्नानास का सेवन

कॉफी या कैफीन 


गर्भावस्था के दौरान व्यायाम

गर्भावस्था के सफर को आप अपनी सभी पूर्व गर्भावस्था गतिविधियों के साथ आगे बढ़ सकती हैं। पर आपको डॉक्टर या स्त्री रोग विशेषज्ञ से सपर्क में हों। गर्भावस्था के दौरान व्यायाम करना बहुत ही जरूर होता है। व्यायाम करने से सभी फ़ायदे हैं।
हालाकि व्यायाम करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। बिना डॉक्टर के परामर्श से व्यायाम न करें।


1. कब्ज कम होना

2. स्वस्थ वजन बढ़ना

3. मुड़ बेहतर होना


FAQs


1. गर्भवती महिला के लिए सर्वोत्तम आहार क्या है?

गर्भवती महिला को अपने भोजन में बैलेंस डाइट लेनी चाहिए। जिसमे आयरन, प्रोटीन, फाइबर, और कैल्शियम युक्त भोजन हो। जैसे दाल, नट्स, ब्राउन राइस, केला, गेंहू की रोटी, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि।


निष्कर्ष

लेख को पढ़ कर आपको अनुभव हो गया होगा की गर्भावस्था में आहार क्या खाएं और क्या न खाएं, गर्भावस्था के दौरान एक गर्भवती महिला का आहार क्या होता है। गर्भावस्था के दौरान अपने डॉक्टर से समय समय चेकअप करवाते रहें। अपनी गर्भावस्था का सफर डॉक्टर की सलाह से करें।


डिस्क्लेमर : लेख में बताई गई जानकारी सामान्य सूचना हेतु हैं। इसे पेशेवर डाइटीशियन या चिकित्सा सलाह के रूप में न लें। गर्भवती महिलाएं अपने आहार के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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